हिन्दू धर्म में दशहरा का पर्व पुरे भारत वर्ष में बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है । हमारे भारत वर्ष में जितने भी पर्व मनाये जाते है उनके पीछे कुछ ना कुछ कारण होता है । दशहरा का यह पर्व भी बुराई पर सचाई की जीत का प्रतीक है । इस त्यौहार को विजयदश्मी का पर्व भी बोला जाता है । यह त्यौहार आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा और विजयदश्मी के रूप में पुरे भारत वर्ष में मनाया जाता है । हमारे हिन्दू धर्म में दशहरा के त्यौहार का बहुत ही ज्यादा महत्व है । हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी ये त्यौहार ११ अक्टूबर २०१६ को पुरे भारत वर्ष में मनाया जायगा ।
दशहरा पर्व को मानाने का कारण । Why We Celebrate Dussehra Festival 2016
जैसा कि हम सब लोग जानते है कि इस दिन हमने बुराई पर सचाई की जीत प्राप्त की थी इसलिए अपनी जीत की ख़ुशी में हम सब लोग इस दिन को मनाते है । दशहरा एक संस्कृत शव्द है जिसका मतलब है दस हार यानि दस सिर वाले रावण की हार ।
पौराणिक कथाओ के अनुसार जब भगवान श्री राम को १४ वर्ष का वनवास प्राप्त हुआ था, उन दिनों लंकापति रावण ने भगवान श्री राम की पत्नी माता सीता का अपरहण करके उन्हें लंका की अशोक वाटिका में बंदी बना लिया था । जैसे ही भगवान श्री राम को ये सुचना मिली भगवान श्री राम ने अपने छोटे भाई लक्ष्मण, हनुमान , सुग्रीव और पूरी वानर सेना के साथ जाकर लंका में प्रवेश किया और लंका की सेना के साथ पुरे ९ दिन तक युद्ध किया । ऐसा बताया जाता है कि उन दिनों भगवान श्री राम ने देवी माँ की भी उपासना की थी और उनका आशिर्वाद प्राप्त करके आस्विन मास की दसवी तिथि को अहंकारी रावण का वध किया और अपनी पत्नी माता सीता को लंका से मुक्त कराया । सूत्रों के अनुसार ऐसा भी बताया जाता है कि इसी दिन माँ दुर्गा ने महिसासुर का संहार किया था इसलिए इस दिन को विजयदश्मी के रूप में मनाया जाता है और माँ दुर्गा की भी पूजा की जाती है ।
भगवान राम की रावण पर और माँ दुर्गा की महिसासुर पर जीत के पर्व को बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की जीत के रूप में पुरे भारत वर्ष में बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है । यह पर्व सब जगह अलग अलग तरह से मनाया जाता है ।
दशहरा शुभ तिथि और महूर्त २०१६
तिथि : ११ अक्टूबर २०१६, दिन - मंगलवार
विजय महूर्त : दोपहर २:०२ से २:४९ तक (अवधि लगभग ४७ मिनट्स )
दशमी तिथि आरंभ : १० अक्टूबर २०१६ को रात्रि १० :५३ से
दशमी तिथि समाप्त : ११ अक्टूबर २०१६ को रात्रि १० :२८ तक
हमारे मंगलमूर्ति परिवार की तरफ से आपका जीवन सुखमय रहे और आपको दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं । और अधिक जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट www.mangalmurti.in पर भी जा सकते है ।