जब से होश संभाला है घरवालों के चेहरे पर सिर्फ एक ही सवाल देखा है "पता नहीं हमारे पप्पू की पत्नी कैसी होगी ?" कभी मम्मी तो कभी उनको moral support देने बैठे पापा बस यही सोच-सोच कर अपनी उम्र और बाल ढला रहे हैं | पप्पू को छोड़ सबको चिंता है की पप्पू की पत्नी कैसी होगी | अब हम ये तो नहीं बता सकते की उनकी पत्नी कैसी होंगी पर अगर नीचे दिए गए 4 गुण होंगे पप्पू भैया की पत्नी में तो हमारी भाभी पक्के से अच्छी ही होंगी | तो चलिए आज पप्पू भैया की समस्या का समाधान कर देते है, वो भी लप्प से |
नोट : ये सारे गुण गरुड़ पुराण में लिखित है |
नोट : ये सारे गुण गरुड़ पुराण में लिखित है |
गुण नंबर 1 :
जिस व्यक्ति की पत्नी गृहकार्यों में कुशल है यानी घर की सफाई, भोजन बनाने, घर की सजावट, निर्धारित राशि से घर का कुशल संचालन, बच्चों की जिम्मेदारी, अतिथियों की आवभगत आदि में निपुण है तो वह व्यक्ति अत्यंत भाग्यशाली होता है |
जिस व्यक्ति की पत्नी प्रेमपूर्वक बोलने वाली यानी घर के सदस्यों के साथ यथायोग्य वाणी का आदर और प्रेम से व्यवहार करने वाली हो, निश्चित रूप से वह पुरुष भाग्यवान होगा |
इन गुणों के साथ ही जो महिला पतिपरायणा यानी अपने पति को ही सर्वस्व मानने वाली, उसकी सहमति से कार्य करने वाली हो, उस पुरुष को भाग्यवान समझना चाहिए | पति परायणा महिला अपने पति की आज्ञा का उल्लंघन नहीं करती और न ही ऐसा कोई कार्य करती है जिससे पति को दुख हो | इसके साथ ही पति का भी यह कर्तव्य होता है कि वह ऐसा कोई कार्य न करे जो पत्नी के सम्मान को ठेस पहुंचाए और उसे दुख दे | दोनों को एक-दूसरे की प्रगति व प्रसन्नता के लिए कार्य करना चाहिए |
गरुड़ पुराण में पत्नी के चतुर्थ गुण में धर्मपालन को स्थान दिया गया है | इसके अनुसार जो पत्नी जीवन में पति एवं उसके परिवार के हित के लिए कार्य करे, जीवन में शुभ कर्मों को स्थान दे, अपने पत्नीधर्म का पालन करे, तो उसका पति खुद को देवों के राजा इंद्र के समान भाग्यशाली समझे | निश्चित रूप से पत्नी के ये गुण परिवार को सुखी बना सकते हैं |