Hinduism

भगवान शंकर का बड़ा बेटा जिन्हें दक्षिण में मुरुगन कहते हैं | Everything you want to know about Lord murugan



कौन हैं कार्तिकेय ?


कार्तिकेय भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र कहे जाते हैं। माता द्वारा दिये गए एक शाप के कारण ही ये सदैव बालक रूप में रहते हैं। परंतु उनके इस बालक स्वरूप का भी एक रहस्य है। इनका एक नाम 'स्कन्द' भी है और इन्हें दक्षिण भारत में 'मुरुगन' भी कहा जाता है।


कहाँ होती है कार्तिकेय भगवान की सबसे ज्यादा पूजा ?


भगवान कार्तिकेय के अधिकतर भक्त तमिल हिन्दू हैं। इनकी पूजा मुख्यत: भारत के दक्षिणी राज्यों और विशेषकर तमिलनाडु में होती है। इसके अतिरिक्त विश्व में श्रीलंका, मलेशिया, सिंगापुर आदि में भी इन्हें पूजा जाता है। भगवान स्कंद के सबसे प्रसिद्ध मंदिर तमिलनाडू में स्थित हैं, इन्हें तमिलों के देवता कह कर भी संबोधित किया जाता है।

कैसे हुआ था कार्तिकेय का जन्म ?


पार्वती खुद कार्तिकेय को जन्म नहीं दे पाई थीं, उन्होंने छह अल्पविकसित बच्चों को कमल के पत्तों में लपेटकर उनके विकास की स्थिति पैदा करने की कोशिश की। वह देख सकती थीं कि अलग-अलग उनके बचने की संभावना बहुत कम है क्योंकि वे पूर्ण विकसित नहीं थे। मगर उन्हें यह लगा कि इन छह भ्रूणों में छह शानदार गुण हैं। पार्वती ने सोचा, ‘अगर ये सभी गुण किसी एक पुरुष में हो, तो वह कितना अद्भुत होगा।’ अपनी तांत्रिक शक्तियों के जरिये उन्होंने इन छह नन्हें भ्रूणों को एक में मिला दिया। उन्होंने एक ही शरीर में छह जीवों को समाविष्ट कर दिया, जिसके बाद कार्तिकेय का जन्म हुआ। आज भी, कार्तिकेय को ‘अरुमुगा’ या छह चेहरों वाले देवता की तरह देखा जाता है। वह एक अद्भुत क्षमता वाले इंसान थे। 8 साल की उम्र में ही वह एक अजेय योद्धा बन गए थे।



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