क्या भगवान शिव की एक बेटी भी थी ?
देवों के देव महादेव के परिवार के बारे में सारा जग जनता है | माता पार्वती, पुत्र कार्तिकेय और गणेश और नंदी, भृंगी संग कैलाश पर विराजमान भोले भंडारी का परिवार सिर्फ इतने में ही नहीं समाता | जी हाँ, भगवान् शिव की एक कन्या भी थी जिनका वर्णन बहुत ही कम और बहुत ही दुर्लभ ही मिलता है | तो आइये आज हम आपको माता पार्वती और प्रभु शिव के परिवार की इस कमसुनी कहानी को आपसे साझा करते हैं |
कौन है भगवान शिव की पुत्री ?
भगवान् शिव और माता पार्वती के दो पुत्रो के बारे में तो सभी जानते है लेकीन क्या आप जानते है कि भगवान शिव की एक पुत्री भी थी यदि नही जानते तो हम आपको बताते है|
दरअसल एक बार माता पार्वती ने अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए कल्प वृक्ष जो कि मनोकामना पूर्ण करने वाला वृक्ष माना जाता है से एक कन्या प्राप्ति का वरदान माँगा |
जिसके फलस्वरूप अशोक सुंदरी का जन्म हुआ। अशोक सुंदरी का विवाह परम पराक्रमी राजा नहुष से हुआ था। माता पार्वती के वरदान से अशोक सुंदरी ययाति जैसे वीर पुत्र तथा सौ रूपवती कन्याओं की माता बनीं।
अशोक सुंदरी का किससे हुआ था विवाह ?
एक बार अशोक सुंदरी अपने दासियों के साथ नंदनवन में विचरण कर रहीं थीं तभी वहाँ हुंड नामक राक्षस का प्रवेश हुआ जो अशोक सुंदरी के सुंदरता से मोहित हो गया तथा विवाह का प्रस्ताव किया, तब अशोक सुंदरी ने उस राक्षस को अपने भविष्य में होने वाले विवाह के बारे में बताया | अशोक सुंदरी के अनुसार उनका विवाह बड़े ही पराक्रमी रजा नहुष के साथ होना था |
राक्षस नें कहा कि वह नहूष को मार डालेगा तब अशोक सुंदरी ने राक्षस को श्राप दिया कि उसकी मृत्यु नहूष के हाथों होगी। उस राक्षस नें नहुष का अपहरण कर लिया | परन्तु नहूष को हुंड की एक दासी ने बचा लिया। तत्पश्चात महर्षि वशिष्ठ के आश्रम में नहूष बड़ा हुआ तथा आगे जाकर उसने हुंड का वध किया।