किसने रचा सारा संसार ?
इस संसार के सृजन को लेके हमेशा से लोगो में वैचारिक मतभेद रहे है | कभी कोई शिव भक्त कहता है की सृष्टि की रचना भगवान शिव ने की है तो कोई उमा उपासक कहता है की संसार का सृजन माँ पार्वती की प्रेरणा से हुआ | पर हमारे देश में ज्यादातर लोग मानते है की और इस बात के लिखित प्रमाण भी मिलते हैं की इस सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा है |
हमारे वेदों और पुराणों के अनुसार भगवान ब्रह्मा ने अपने मन में एक संसार की कल्पना की जिसके फलस्वरूप हमारी धरती का निर्माण हुआ | आज धरती पर उपलब्ध हर चीज का निर्माण अगर किसी ने किया है तो वो सिर्फ ब्रह्मा जी है पर इसके बाद भी धरती पर कहीं भी ब्रह्मा जी की पूजा नहीं होती | ऐसा क्या हुआ था जिसकी वजह से भगवान ब्रह्मा से अधिकार छीन लिया गया की उनकी धरती पर कभी भी पूजा नहीं की जाएगी ? तो आइये आपको आज बताते है की सिर्फ सनातन धर्म ही एक ऐसा धर्म है जहाँ अगर भगवान् भी गलती करता है तो उससे उसके पूजन का अधिकार छीन लिया जाता है |
क्यों नहीं होती भगवान ब्रह्मा की पूजा :
जब भगवान् ब्रह्मा सृष्टि का निर्माण कर रहे थे तब उन्होंने हर तरह की चीजों की कल्पना की | धरती, अग्नि, जल आकाश, वायु, नर, नारी, अश्व, गंधर्व, किन्नर, काम, क्रोध, मोह, लोभ पर एक ऐसी चीज का भी निर्माण उनसे हुआ जिसपर वो मुग्ध हो बैठे और उसके मोह में पड़ गए | जी हाँ ये कोई और नहीं बल्कि उनकी कल्पना से जन्मी माँ सरस्वती थी |
जब ब्रह्मा जी ने माँ सरस्वती की कल्पना की तब उन्होंने उनके रूप में एक ऐसी देवी बनायीं जो वास्तव में अति ज्ञानी, सौम्य और अपार रूप से सुन्दर थी और उनके ये सारे गुण देख कर उनको रचने वाले ब्रह्मा जी ही उनके प्रेम में पड़ गए | तो चूंकि वो अपनी ही बनायीं माया में फंस गए इसी वजह से उन्होंने अपनी पूजा का हक खो दिया |
किन किन जगह है भगवान ब्रह्मा के मंदिर ?
भगवान ब्रह्मा का एक भव्य मंदिर भारत के राजस्थान प्रान्त में पुष्कर शहर में स्थित है | इसके अलवा थाईलैंड देश में भी भगवान् ब्रह्मा का एक भव्य मंदिर है | इन दो बड़ी जगहों के अलावा पूरे भारत में ब्रह्मा जी के मंदिर बहुत ही कम नाम मात्र के हैं |