*यह आर्टिकल राखी सोनी द्वारा लिखा गया है।
अक्सर जब हमारे शरीर के किसी हिस्से की हड्डी टूट जाती है तो हम या तो वैध-हकीमों के पास जाते हैं या फिर किसी डॉक्टर के पास। लेकिन कुछ लोग अपने टूटी हड्डियों को जोडऩे के लिए वीर हनुमान जी की शरण में जाते हैं। सुनने में ये बात जरूर अजीब लग रही है। अब तक हनुमान जी को सिर्फ भक्तों के दर्द और तकलीफों को ही हरते हुए सुना था, लेकिन जबलपुर के कटनी जिले के रीठी तहसील में एक ऐसा मंदिर भी है, जहां हर दिन हजारों की संख्या में भक्त अपनी टूटी हड्डियों को ठीक कराने के लिए वीर हनुमान के दरबार में अपनी अर्जी लगाते हुए नजर आते हैं। कई वर्षों से भक्त यहां अपनी टूटी हड्डियां का इलाज कराने के लिए आ रहे हैं।
वैसे तो इस मंदिर में हर दिन ही भक्तों का मेला लगा रहता है, लेकिन मंगलवार और शनिवार यहां पैर रखने की भी जगह नहीं मिलती है। स्थानीय लोगों के अनुसार यहां भक्त दर्द से कराहते हुए आते हैं और खुशी-खुशी जाते हैं। स्थानीय पंडितों के अनुसार जब यहां अपने दर्द के साथ कोई भक्त आता है तो उसे आंख बंद करके एक दवा पिलाई जाती है। दवा के साथ- साथ उसे राम नाम का जाप भी करना पड़ता है। इस दवा को खाने के बाद भक्त की हड्डियां अपने आप जुड़ जाती है। मंदिर में समय-समय पर भजन-कीर्तन का भी आयोजन किया जाता है।
पिछले कुछ सालों में ही इस मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक फैल गई है। यहीं वजह है कि सिर्फ जबलपुर के ही नहीं, बल्कि यूपी, बिहार, राजस्थान, एमपी, समेत कई राज्यों से भक्त यहां वीर हनुमान जी से अपना इलाज कराने के लिए आते हैं। यहां कुछ भक्त तो स्ट्रेचर और दूसरों की मदद से पहुंचते है। यहां के पंडितों का कहना है कि जब लोगों को इस मंदिर के बारे में पता चलता है तो उन्हें विश्वास नहीं होता है, लेकिन जब देखते हैं कि उनकी हड्डियां अपने आप जुड़ जाती है तो वे भी इस चमत्कार के आगे नतमस्तक हो जाते हैं। कभी कभी तो इस मंदिर में इतनी भीड़ लग जाती है कि भक्तों को सुबह से रात तक हो जाती है।
यहां आने वाले भक्तों का इलाज निशुल्क किया जाता है। भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार दान करते हैं। इसके साथ ही यहां एक चमत्कारी तेल भी मिलता है। ऐसा बताया जाता है कि इस तेल के जरिए व्यक्ति जोड़ों के दर्द से भी राहत पाता है। यहां आने वाले भक्तों का कहना है कि जब डॉक्टर को हड्डी जोडऩे के लिए प्लास्टर की जरूरत पड़ती है। जबकि यहां सिर्फ हनुमान जी के दर्शन मात्र और दवा लेने से राहत मिल जाती है।
अक्सर जब हमारे शरीर के किसी हिस्से की हड्डी टूट जाती है तो हम या तो वैध-हकीमों के पास जाते हैं या फिर किसी डॉक्टर के पास। लेकिन कुछ लोग अपने टूटी हड्डियों को जोडऩे के लिए वीर हनुमान जी की शरण में जाते हैं। सुनने में ये बात जरूर अजीब लग रही है। अब तक हनुमान जी को सिर्फ भक्तों के दर्द और तकलीफों को ही हरते हुए सुना था, लेकिन जबलपुर के कटनी जिले के रीठी तहसील में एक ऐसा मंदिर भी है, जहां हर दिन हजारों की संख्या में भक्त अपनी टूटी हड्डियों को ठीक कराने के लिए वीर हनुमान के दरबार में अपनी अर्जी लगाते हुए नजर आते हैं। कई वर्षों से भक्त यहां अपनी टूटी हड्डियां का इलाज कराने के लिए आ रहे हैं।