क्या होता है वास्तु दोष ?
हम जिस स्थान पर रहते हैं उसे वास्तु कहते हैं और वहाँ उत्पन्न हुई किसी भी समस्या को दोष कहते हैं | ये समस्यायें नकारात्मक उर्जा की वजह से शुरू होती हैं और ये नकारात्मक उर्जायें उत्पन्न होती है हमारे द्वारा गलत तरीके से बनाये गए घर की वजह से | फ़र्ज़ करिये की आपकी आमदनी तो बहुत है पर फिर भी वो पानी की तरह बह जाती है | इसके कई कारण हो सकते हैं पर इनमे से अगर वास्तु दोष की वजह से आपकी धन हनी हो रही है तो आप आज के इस लेख के बाद हमेशा उस धन हनी को रोक पाएंगे | आइये जाने वो 7 उपाय जिसके करने से वास्तु दोष का प्रभाव कम हो जाता है |
वास्तु दोष के उपाय :
1- मकान में जब भी जल का सेंवन करें, अपना मुख उत्तर-पूर्व की ओर रखें।
2- भोजन ग्रहण करते समय थाली पूर्व-दक्षिण दिशा की ओर रखें और पूर्वाभिमुख होकर भोजन करें।
3- सोते समय सिर का सिरहाना दक्षिण-पश्चिम या दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए, जिससे कि गहरी नींद आती है।
4- घर में पूजन कक्ष ईशान कोण में होना चाहिए एंव हनुमान जी की मूर्ति को दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थापित करना चाहिए। पूजा कक्ष में शिवलिंग रखना वर्जित माना गया है।
5- सार्वभौमिक उन्नति के लिए घर के मुख्य द्वार पर लक्ष्मी, गणेश, कुबेर स्वास्तिक, ऊँ, एंव मीन क्रास आदि मांगलिक चिन्ह बनाना लाभकारी प्रतीत होता है।
6- जेट पम्प की बोरिंग मकान के उत्तर-पूर्व दिशा में करानी चाहिए।
7- भोजन का थोड़ा सा ग्रास प्रतिदिन किसी गाय को खिलाना चाहिए।
उपरोक्त उपायों को करने से घर में समृद्धि व शान्ती बनी रहती है।
2- भोजन ग्रहण करते समय थाली पूर्व-दक्षिण दिशा की ओर रखें और पूर्वाभिमुख होकर भोजन करें।
3- सोते समय सिर का सिरहाना दक्षिण-पश्चिम या दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए, जिससे कि गहरी नींद आती है।
4- घर में पूजन कक्ष ईशान कोण में होना चाहिए एंव हनुमान जी की मूर्ति को दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थापित करना चाहिए। पूजा कक्ष में शिवलिंग रखना वर्जित माना गया है।
5- सार्वभौमिक उन्नति के लिए घर के मुख्य द्वार पर लक्ष्मी, गणेश, कुबेर स्वास्तिक, ऊँ, एंव मीन क्रास आदि मांगलिक चिन्ह बनाना लाभकारी प्रतीत होता है।
6- जेट पम्प की बोरिंग मकान के उत्तर-पूर्व दिशा में करानी चाहिए।
7- भोजन का थोड़ा सा ग्रास प्रतिदिन किसी गाय को खिलाना चाहिए।