जहाँ एक तरफ हम हिन्दुस्तान में बच्चों के पाठ्यक्रम में जब योग डालने की बात करते हैं तो कोई कभी भी एक सुर में बात करता नहीं मिलता, लोग इसे minority का क़त्ल होना तक कह देते हैं | वहीँ दूसरी तरफ एक तस्वीर ये भी है की भारत के बायें बसे एक छोटे से देश में जहाँ भारत की जनसँख्या के अपेक्षा मुट्ठी भर लोग रहते हैं वहाँ वो भी अपनी संस्कृति और भगवान को अपनी नोटों पे छाप देते हैं | तो आइये आज आपको बताते हैं की ये ऐसा कौन सा देश है जिसने भगवान गणेश को अपनी देश की लक्ष्मी पर छाप दिया |
अब नाम बता भी दो यार :
इस देश के नाम में भी इंडिया आता है | शायद इस वजह से भी ये भारत जैसी संस्कृति और वर्ण व्यवस्था से मेल खाता है | जी हाँ, आप सही पकड़े हैं | हम बात कर रहे हैं इंडोनेशिया की | भारत से कुछ 9000 की.मी से ज्यादा की दूरी पर बसा ये देश अपनी संस्कृति से जड़ से जुड़ा है | तभी तो यहाँ की नोटों पर, साफ़ तरीके से आप गणेश जी की फोटो को देख सकते हैं |
तो क्यों छपे हैं गणेश 20000 की नोट पर :
शिक्षा; शायद शिक्षा ही वो मुख्य विषय है जहाँ गणेश जी बिलकुल फिट बैठते हैं | इंडोनेशिया में भगवान गणेश को शिक्षा के देवता के रूप में पूजा जाता है | अगर आप नोट के पीछे नज़र डाले तो आपको एक क्लास रूम की तस्वीर नज़र आएगी जिसमे बच्चे अपनी पढाई में व्यस्त बैठे हुए हैं |
इंडोनेशिया में भगवान गणेश के जन्मदिन को "राष्ट्रीय शिक्षा दिवस" के रूप में बनाया जाता है | ऐसा करना अपनी संस्कृति को युगों तक के लिये सुरक्षित करने जैसा है | जहाँ हममें से ज्यादातर लोगों को ये पता है की इंडोनेशिया एक मुलिम बाहुल्य देश है वहीँ हम ये नहीं जानते की भारत, नेपाल और बांग्लादेश के बाद इंडोनेशिया ही एक ऐसा देश है जहाँ सबसे ज्यादा हिन्दू परिवार रहते हैं |