सावन का महीना में शिवजी की भक्ति करने से व्यक्ति की हर मनोकामना शीघ्र पूरी होती है। इसके साथ ही उसे सभी दुखों से भी मुक्ति मिलती है, लेकिन इस महीने में कुछ काम ऐसे भी है, जिन्हें नहीं करने चाहिए। इन कामों को जो भी व्यक्ति करता है, उस पर शिवजी की कृपा नहीं होती है।
आइए डालें एक नजर उन कामों पर...
सावन के महीने में सुबह जल्दी उठकर शिवजी की पूजा अर्चना करनी चाहिए। सुबह के समय शांत चित के साथ शिवजी की भक्ति में लीन हो जाना चाहिए। सूर्यादय से पूर्व पूजा करना अधिक लाभदायी होता है।
शिवलिंग की पूजा करते समय उस पर हल्दी न चढ़ाएं। शिवलिंग पुरुष तत्व से संबंधित है और ये शिवजी का प्रतीक है। इस कारण शिवलिंग पर नहीं, बल्कि जलाधारी पर हल्दी चढ़ानी चाहिए।
- सावन के महीने में दूध से शिवजी का अभिषेक तो जरूर करें, लेकिन दूध का सेवन कम से कम करें। सावन के महीने में दूध सेहत की दृष्टि से भी अच्छा नहीं होता है।
सावन माह में इस बात का विशेष ध्यान रखें कि घर में क्लेश ना हो। जहां लड़ाई झगड़े होते हैं वहां लक्ष्मी जी निवास नहीं करती है। इस महीने पति पत्नी शिव पार्वती की तरह जीवन बिताना चाहिए और प्यार से रहना चाहिए। साथ ही जो दपंती शिवजी की पूजा करते हैं, उनका दाम्पत्य जीवन सुखमय रहता है।
इस महीने में हरे पत्तेदार सब्जी नहीं खानी चाहिए। दरसअल इस मौसम में बारिश की वजह से कीड़ों की संख्या काफी बढ़ जाती है। ये कीड़े हरी पत्तियों में अपनी जगह बना लेते हैं। जो सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकता है। इसके साथ ही बैंगन का भी सेवन नहीं करना चाहिए। बैंगन शास्त्रों में अशुद्ध कहा गया है। इसके अलावा एक कारण ये भी है बैंगन में कीड़े अधिक लगते हैं। इसलिए इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इस महीने मांसाहार भोजन और मदिरा पान भी नहीं करना चाहिए। लहसुन-प्याज से भी परहेज करना चाहिए।
अगर घर के दरवाजे पर बैल आए तो उसे भगाएं नहीं, बल्कि उसे रोटी दें। पूरे सावन बैल को रोटी देनी चाहिए, क्योंकि बैल शिवजी का वाहन है। इससे शिवजी की कृपा बनी रहती है।
सावन के महीने में हर व्यक्ति को शिव की भक्ति में लीन रहना चाहिए। इस माह में कोई भी अधार्मिक कार्य नहीं करना चाहिए। इससे भगवान शिव क्रोधित हो जाते हैं। इसलिए इस महीने में ज्यादा से ज्यादा समय भजन कीर्तन में बिताना चाहिए। साथ ही इस महीने में अपने से बड़े लोगों का सम्मान करना चाहिए। इसके साथ ही इस महीने व्यक्ति को अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए। गुस्से से व्यक्ति के सारे काम खराब होते हंैं। इसलिए इस महीने अपने गुस्से पर संयम रखना सीखें, क्योंकि शांत मन से ही शिव की भक्ति की जा सकती है।